देश - धर्म बर जिनगी ल अर्पित करना हे
दाई के अँचरा ल आउ उज्जर करना हे ।
कतका सुघ्घर मोर भारत के भुइयॉ हावय
सबो घर म जगमग अँजोर ल भरना हे ।
बेटी के रक्षा बर सब झन बैठ के सोचव
मिल जुर के हमला ओकर पीरा हरना हे ।
गॉव - गॉव के होही साफ - सफाई भैया
शहर - गॉव के नक्शा सबो बदलना हे ।
अमर - बेल ल सहन नहीं अब उटकठ होगे
अपन गोड म हर मनखे ल अब चलना हे ।
दाई के अँचरा ल आउ उज्जर करना हे ।
कतका सुघ्घर मोर भारत के भुइयॉ हावय
सबो घर म जगमग अँजोर ल भरना हे ।
बेटी के रक्षा बर सब झन बैठ के सोचव
मिल जुर के हमला ओकर पीरा हरना हे ।
गॉव - गॉव के होही साफ - सफाई भैया
शहर - गॉव के नक्शा सबो बदलना हे ।
अमर - बेल ल सहन नहीं अब उटकठ होगे
अपन गोड म हर मनखे ल अब चलना हे ।
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