Saturday 16 August 2014

महतारी के मान बढाबो

महतारी  के  मान  बढाबो  दुनियॉ  भर म नाव कमाबो
दाई  के अँचरा  मम्हाही  तभे  चतुर  सुजान  कहाबो ॥

ताना - नाना कर डारे हन अब सपूत हमला बनना हे ।
मेहनत  ले आगे बढना हे तभे  चतुर सुजान कहाबो ॥

चूल्हा बरय रोज सब घर म दार - भात सब झन खावैं
सब्बो लइका स्कूल जाहीं तभे  चतुर सुजान कहाबो॥

भाई-बहिनी सब जुर मिल के देश-धर्म बर बुता करव
दाई के अँचरा झन मैलावै तभे चतुर सुजान कहाबो॥

'शकुन' चलौ सब्बो सँगे- सँग भारत मॉ के मान बढाबो
महतारी जब भोजली गाही तभे चतुर सुजान कहाबो ॥
 

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