गंगा कहॉ ले निर्मल होही सरी गँदगी ऊँहे जात हे
कहूँ झन करव पूजा वोकर एही एक ठन सार बात ए ।
गंगा - तीर मुरदा बारे ले मनखे ह सद्- गति नइ पावय
मनखे करम ले पुण्य कमाथे एही एक ठन सार बात ए ।
अस्थि -विसर्जन ले अब कइसे बॉहचय महतारी गंगा हर
खुद मैलागे वोही बिचारी एही एक ठन सार बात ए ।
गंगा ल जे मनखे उजराही गंगा हर वोला उजरा दीही
फूल पान झन वोमा बोहावव एही एक ठन सार बात ए ।
'शकुन' रोवत हे गंगा माई कइसे वोकर थमही ऑसू
उज्जर करौ वोकर अॅचरा ल एही एक ठन सार बात ए ।
कहूँ झन करव पूजा वोकर एही एक ठन सार बात ए ।
गंगा - तीर मुरदा बारे ले मनखे ह सद्- गति नइ पावय
मनखे करम ले पुण्य कमाथे एही एक ठन सार बात ए ।
अस्थि -विसर्जन ले अब कइसे बॉहचय महतारी गंगा हर
खुद मैलागे वोही बिचारी एही एक ठन सार बात ए ।
गंगा ल जे मनखे उजराही गंगा हर वोला उजरा दीही
फूल पान झन वोमा बोहावव एही एक ठन सार बात ए ।
'शकुन' रोवत हे गंगा माई कइसे वोकर थमही ऑसू
उज्जर करौ वोकर अॅचरा ल एही एक ठन सार बात ए ।
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