तीजा - पोरा के दिन आ गे भैया लेहे आवत होही ।
भादो महिना अब्बड सुघ्घर भैया लेहे आवत होही ।
राखी बर नइ आए पाइस काम-बुता के मारे देख ।
आज गोड खजुवावत हावै भैया लेहे आवत होही ।
सब सँगवारी आगिन होहीं 'शकुन' सिरिफ बॉहचे हावै।
दायी मोला अगोरत होही भैया लेहे आवत होही ।
भॉठा म सब नून खेलबो तला म तौंरबो मन भर के ।
मइके के सुख ल महूँ बौरिहौं भैया लेहे आवत होही ।
'शकुन' अगोरत होही भौजी मया पलपलावत होही ।
ठेठरी - खुर्मी बन गए होही भैया लेहे आवत होही ।
भादो महिना अब्बड सुघ्घर भैया लेहे आवत होही ।
राखी बर नइ आए पाइस काम-बुता के मारे देख ।
आज गोड खजुवावत हावै भैया लेहे आवत होही ।
सब सँगवारी आगिन होहीं 'शकुन' सिरिफ बॉहचे हावै।
दायी मोला अगोरत होही भैया लेहे आवत होही ।
भॉठा म सब नून खेलबो तला म तौंरबो मन भर के ।
मइके के सुख ल महूँ बौरिहौं भैया लेहे आवत होही ।
'शकुन' अगोरत होही भौजी मया पलपलावत होही ।
ठेठरी - खुर्मी बन गए होही भैया लेहे आवत होही ।
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